कॉलेज लाइफ ऐसी होती है जहा जरुरत पड़ने पर बहुत सीरियस भी होना पड़ेगा और जरुरत पड़ने पर सीरियस होने की बजाये बातें मजाक में उड़ा दी जाए।ऐसे ज़िन्दगी को जीना आसान लगेगा क्यूंकि फ़िक्र करने की जरुरत नहीं है समय आने पर हमें सब मिल ही जाता है।
मैने अपनी कॉलेज लाइफ एक दम नए शहर में शुरू की। वहाँ के बारे में कोई नॉलेज नहीं थी मुझे। लेकिन फिर भी मैने बहुत एन्जॉय किया। मैं शुक्रिया करती हूँ ईश्वर का की मुझे अच्छे लोग मिले। ये समय ध्यान भटकाने वाला भी होता है। जैसे की खुलके जीने का समय ,वो सबकुछ करना जो हमेशा से चाहते थे कुछ गलत ऐब भी ,कैरियर का चॉइस बदलना ,नए रिश्ते बनाना आदि।
कॉलेज लाइफ –
सबसे पहली सीख आज कल के नौजवानो का मानना है कॉलेज लाइफ मतलब वो सबकुछ करना जो वो चाहते है। लेकिन यही वो लोग गलत हो जाते है।
कॉलेज लाइफ मतलब अपने सपनो को हर संभव सच करने की जी तोड़ कोशिशे करना। ना की खुलके जीने का मतलब नशा करना ,सिगरेट पीना और गलत कामो को करना।
ये एक ऐसी उम्र होती है जब अपोजिट सेक्स अट्रैक्शन भी होता है और कैरियर का शुरूआती दौर भी होता है। संभल कर चलने की जरुरत है।मेरा अनुभव कहता है करियर पहले है ताकि रिश्तो में सेटल होते देरी ना लगे।
कैरियर वही चुने जिसमे तुम्हे रूचि हो ना की तुम्हारे साथ वालो की रूचि वाला।
दोस्त बनाये। जरुरी नहीं की लिस्ट बड़ी हो। दोस्त वही जो हर समय आपके साथ खड़ा रहे और लम्बा चले।
बड़ो की इज्जत करते चले और इस प्रकृति का ध्यान करते चले। दोनों ही आपके भविष्य है।
कुछ ना कुछ काम करते चले। जैसे की पार्ट टाइम जॉब। ये भी बड़ी सीख है। कॉलेज के दूसरे या तीसरे साल में छोटी -मोटी जॉब करना शुरू करदे। ये आपको समय का महत्व बताएगी और भविष्य की सतर्कता भी।
तैयार रहे असफलता के लिए। असफलता निश्चित है क्यूंकि यही से तो शुरुआत होती है सफलता की। तो असफलता से बिना डरे और घबराये आगे बढ़ते चले। आपका असफल होना मतलब ईश्वर की आजमाइश है आप। और बिना इस आजमाइश के आपकी सफलता तय नहीं।
सब्र रखे। बहुत काम आएगा ये शब्द। टूटोगे ,बिखरोगे लेकिन पीछे मुड़कर देखना आप आगये है यहाँ तक तो आगे भी पहुँच ही जाएंगे। यही सब वो आजमाइश होंगी जब दिल और दिमाग बदलेंगे लेकिन आपको डटे रहना है अपने और अपनों के लिए।
आत्महत्या जैसी सोच तो दिल और दिमाग में लाना भी मत। क्यूंकि ज़िन्दगी के बुरे दिन कुछ ऐसे होते है मानो समुन्द्र के बीचो बिच एक तूफ़ान में फसना। ये वक़्त तुम्हारे सब्र का इम्तहान होता है। सब्र कर लेना क्यूंकि तूफ़ान के थमने के बाद नज़ारे साफ़ और खूबसूरत होते है और किनारा भी नज़र आजाता है।
बस ज़िन्दगी के हर पल को समय के साथ एन्जॉय करते चलो। जल्दी मत मचाओ की आज ही सबसे आमिर बन जाऊ, आज ही सब कुछ हासिल कर लू। सब्र के साथ सीखते चलो। समय से पहले और समय के बाद कुछ नहीं मिलता। सबकुछ समय पर मिलता है। ऐसे में लम्बे चलोगे।