रोजाना की अपनी ज़िन्दगी के और वक़्त के नज़दीक कैसे रहा जाए ?

आपाधापी -भरी ज़िन्दगी में वक़्त तो क्या लम्हे भी हाथ नहीं आते। जरा पास से गुज़रने दें समय को , तो बोध होगा। अच्छा महसूस करे। रोजाना की अपनी ज़िन्दगी के और वक़्त के नज़दीक कैसे रहा जाए ? दिन समय के घोड़ों पर सवार होकर भागे चले जाते हैं। हम कितनी ही बार पूछ … Read more